बात बात पर नाराज हो जाने वाली लड़की को याद नहीं कि आखिरी बार कब रुठी थी…गुस्सा पानी में घोलकर पीना सीख लिया है उसने।
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ब्वाय फ्रेंड को हसरतों की फेहरिस्त गिनाने वाली लड़की, घर के सामान की लिस्ट से अपनी जरुरतों का सामान छोड़ देती है हमेशा…
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समन्दर किनारे घर बसाने की ख्वाहिश के किरचें जो आंखों में रह गईं तो अब कवर पेज में ब्यूटीफूल होम्स की पिक्चर्स लगाया करती है वो….
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बचपन में पिता को खो देने वाला लड़का, अपने से दो चार साल छोटी लड़कियों से भी बाप की तरह पेश आता है…
#उम्र सिर्फ कैलेण्डर की तारीखों में दर्ज नहीं होती