यू ब्लॉक में ऐसे कई लोग थे जिन्हें मैं कभी नही भूल सकता। उन्होंने मेरे ऊपर बहुत गहरी छाप छोड़ी है। यह इसलिए नहीं कि वे बहुत सफल थे, बल्कि इसलिए कि वे लोग अपने आप में अलग इंसान थे, वे दुनिया और समाज की दौड़ से अलग थे, और शायद इसलिए कि वे नाकाम थे, और उसके बावजूद उनमे इंसानियत थी ।
जिन लोगों का ज़िक्र मैंने इस किताब में किया है, उनमे से आधे से ज़्यादा लोग अब इस दुनिया में नहीं हैं। इस किताब के ज़रिये मैंने उन क़िरदारों फिर से फिर से जिलाने की कोशिश की है ।

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