बारूद
दुनिया को तहस नहस कर डालने के लिए जितना बारूद ज़रूरी है उससे रत्ती भर ज़्यादा ही था मेरी छाती के अंदर मेरे सिर पर लगा होता कम-अज़-कम सात हत्याओं का पाप एक लीचड़ अफ़सर, एक लुच्चा टीचर, एक लम्पट लीडर, एक लबार आशिक़, एक लिज्झड़ दोस्त और गुलाब के दो मासूम फूल सब बच […]